Powerful कालभैरवस्तुतिः with Hindi Translation – Unlock Divine Blessings

Powerful कालभैरवस्तुतिः with Hindi Translation – Unlock Divine Blessings

कालभैरवस्तुतिः (Kaal Bhairav Stuti)

कालभैरवस्तुतिः एक अत्यंत पवित्र स्तुति है, जो भगवान शिव के उग्र और दिव्य रूप, काल भैरव को समर्पित है। इस स्तुति का पाठ भक्तों को आध्यात्मिक बल, सुरक्षा, और समृद्धि प्रदान करता है। यहां पर कालभैरवस्तुतिः के श्लोक और उनका हिंदी अनुवाद प्रस्तुत है।

देवा ऊचुः (Devas Speak)

श्लोक:

नमस्ते कालनाथाय नमस्ते कालरूपिणे ।
नमो भीमाय चोग्राय नमस्ते शूलपाणये ॥ २६२॥

हिंदी अनुवाद:

हे कालनाथ, आपको नमस्कार है। हे कालरूप, आपको प्रणाम है। हे भीम और उग्र रूप धारण करने वाले, शूल (त्रिशूल) धारण करने वाले भगवान को नमन।

भगवान काल भैरव का स्वरूप

श्लोक:

नमस्ते कालकण्ठाय नमस्ते कालभक्षक ।
नमो दिगम्बरानन्त नमः परमपूरुष ॥ २६३॥

हिंदी अनुवाद:

हे कालकण्ठ, काल का भक्षण करने वाले, आपको नमस्कार। हे दिगम्बर (वस्त्रहीन), अनंत, और परम पुरुष, आपको नमन।

विश्व के आधारभूत भगवान

श्लोक:

नमो विश्वात्मक श्रीमन् नमो विश्वैकजीवन ।
नमस्तेऽस्तु सहस्राक्ष सहस्रकर ते नमः ॥ २६४॥

हिंदी अनुवाद:

हे विश्वात्मा, श्रीमान, और संपूर्ण विश्व के जीवन का आधार, आपको प्रणाम। सहस्र नेत्र और सहस्र भुजाओं वाले भगवान को नमन।

भैरव प्रभु को नमन

श्लोक:

सहस्रचरणामेय नमस्ते भैरवप्रभो ।
नमस्ते रुद्र रुद्रात्मन्नमस्ते रुद्रसम्भव ॥ २६५॥

हिंदी अनुवाद:

हे सहस्र चरणों वाले भैरव प्रभु, आपको नमन। हे रुद्र के आत्मा और उनसे उत्पन्न हुए, आपको प्रणाम।

अन्य श्लोक और उनका हिंदी अनुवाद:

इस स्तुति के अन्य श्लोक भी भगवान काल भैरव की महिमा का गुणगान करते हैं।

श्लोकहिंदी अनुवाद
नमस्ते शूलहस्ताय नमस्ते मुण्डमालिने ।त्रिशूल धारण करने वाले और मुण्डमाला पहनने वाले को नमन।
नमस्ते सूर्यरूपाय चन्द्ररूपाय ते नमः ॥ २६७॥सूर्य और चंद्रमा के रूप में प्रकट भगवान को नमन।
नमो डमरुहस्ताय नमः खट्वाङ्गधारिणे ॥ २६९॥डमरू और खट्वांग धारण करने वाले भगवान को नमन।

कालभैरवस्तुतिः का महत्व

काल भैरव, समय और मृत्यु के स्वामी माने जाते हैं। उनकी स्तुति न केवल भक्तों को भयमुक्त करती है बल्कि उन्हें हर संकट से बचाने में सहायक होती है।

कालभैरव पूजा के लाभ:

  1. भय से मुक्ति।
  2. अद्वितीय साहस और आत्मविश्वास।
  3. आध्यात्मिक जागृति।
  4. नकारात्मक ऊर्जा और बाधाओं का नाश।

Frequently Asked Questions

1. कालभैरवस्तुतिः का पाठ कब करें?

काल भैरव की स्तुति का पाठ मंगलवार या अष्टमी तिथि को करना विशेष लाभदायक माना गया है।

2. क्या काल भैरव की पूजा में कोई विशेष नियम है?

हाँ, भक्तों को पूजा करते समय सच्चे हृदय से भगवान को स्मरण करना चाहिए और काले तिल और तेल का दीप जलाना चाहिए।

3. क्या यह स्तुति केवल संस्कृत में ही पढ़ी जा सकती है?

स्तुति का पाठ हिंदी अनुवाद के साथ भी किया जा सकता है। भगवान भाव के भूखे होते हैं।

4. कालभैरवस्तुतिः का पाठ क्यों महत्वपूर्ण है?

यह स्तुति आपके जीवन में सुख-शांति और सुरक्षा लाने में सहायक है।

5. काल भैरव कौन हैं?

काल भैरव भगवान शिव का उग्र रूप हैं जो समय और मृत्यु का नियंत्रण करते हैं।

6. क्या काल भैरव को प्रसन्न करना कठिन है?

नहीं, भगवान भैरव को सच्चे मन से की गई पूजा शीघ्र प्रसन्न करती है।

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